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शुल्क सूची

चिकित्सा एवं आवासीय शुल्क

विवरण निर्धारित शुल्क
परामर्श शुल्क ₹500/-
नामांकन शुल्क ₹500/-
बाह्य ( आउटडोर ) चिकित्सा शुल्क
विवरण प्रति दिन उपचारों की संख्या अवधि शुल्क
मासिक आधार पर उपचार 1 1 एक माह ₹9,000/-
मासिक आधार पर उपचार 2 2 एक माह ₹15,000/-
दैनिक आधार पर उपचार रोगी की इच्छानुसार 1 से 15 दिन ₹500/- प्रति उपचार
आवासीय ( इनडोर ) चिकित्सा शुल्क
विवरण प्रति दिन उपचारों की संख्या अवधि शुल्क
सामान्य चिकित्सा 2 एक माह ₹15,000/-
विशेष चिकित्सा 4 एक माह ₹22,000/-
असामान्य रोगों की चिकित्सा (किडनी फ़ेल्यर, कैंसर आदि) -- एक माह ₹30,000/-
दूरस्थ उपचार परामर्श शुल्क
जीवन में ऐसी परिस्थितियाँ हो सकती हैं कि तुरन्त रोग का इलाज करवाना ज़रूरी हो पर वर्तमान हालात घर से अलग रहने अथवा कार्यालय या व्यवसाय से तत्काल छुट्टी लेने की इजाज़त भी नहीं दे रहे हों। वैसे में यदि मरीज़ भागलपुर से बाहर के हों तो वह हमारे केन्द्र के दूरस्थ उपचार परामर्श सुविधा का सहारा ले सकते हैं। ऐसे में अंतः वासीय अथवा बाह्य मरीज़ जितना लाभ तो नहीं मिल सकता किन्तु इस प्रकार से भी आंशिक लाभ या तुलनात्मक रूप से कुछ कम फायदा तो लिया ही जा सकता है।
अवधि शुल्क
तीन माह ₹12,000/-
आवासीय शुल्क (पूर्ण कॉटेज)
विवरण अवधि शुल्क
सामान्य कॉटेज एक माह ₹18,000/-
विशिष्ट कॉटेज एक माह ₹20,000/-
सामान्य कॉटेज प्रति दिन ₹800/-
विशिष्ट कॉटेज प्रति दिन ₹1000/-
आवासीय शुल्क (प्रति बेड/सीट)
विवरण अवधि शुल्क
सामान्य कॉटेज में एक बेड प्रति माह ₹7000/-
सामान्य कॉटेज में एक बेड प्रति दिन ₹450/-
विशिष्ट कॉटेज में एक बेड प्रति माह ₹8000/-
विशिष्ट कॉटेज में एक बेड प्रति दिन ₹500/-

आवश्यक सूचनाएँ

  • दो माह का चिकित्सा शुल्क अग्रिम जमा करना तथा अग्रिम होने के पूर्व ही अगले माह का चिकित्सा शुल्क अग्रिम जमा करना अनिवार्य है। यदि इस भुगतान में देर की गई तो निश्चित तिथि के उपरान्त भुगतान प्राप्त होने के दिन तक विलम्ब शुल्क रूपए 50/= प्रतिदिन के हिसाब से देना अनिवार्य होगा।
  • उपचार अवधि में अनुपस्थित रहने पर भी उक्त तिथियों का चिकित्सा शुल्क देय होगा।
  • इस केन्द्र में सिर्फ़ निर्धन रोगियों हेतु निःशुल्क चिकित्सा/चिकित्सा शुल्क में रिआयत का प्रावधान है। इसलिए आर्थिक रूप से समर्थ व्यक्तियों द्वारा चिकित्सा शुल्क में रिआयत/छूट/निःशुल्क चिकित्सा करने का अनुरोध उचित नहीं है।
  • विशेष: परिस्थितियों में अथवा कुछ रोगों (सोरायसिस, दमा, जोड़ो के दर्द आदि) में चिकित्सा शुल्क का निर्धारण रोग की स्थिति देख कर ही किया जा सकता है। ऐसे में प्रबंधन का निर्णय ही अन्तिम होगा।